गुर्जर महोत्सव
How to Reach here
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में 23,24 और 25 दिसंबर 2024 से सूरजकुंड मेले का आगाज होने जा रहा है।
सूरजकुंड का अर्थ 'सूर्य की झील' है, जो प्राचीन जलाशय है यहीं प्राचीन मंदिर भी है, जिसका पुनर्निर्माण महाराजा अनंगपाल तवंर के पुत्र सूरजपाल द्वारा किया गया। यहाँ गुर्जर महाराजा अनंगपाल तँवर द्वारा निर्मित एक विशाल बांध भी है।अनंगपुर गाँव में बसे भडाना गोत्र के गुर्जर और इसके साथ बसे तँवर गुर्जरों के आठ गाँव भी है।सूरजकुंड के चारों ओर गुर्जरों के गाँव लकडपुर, अनंगपुर, तुगलकाबाद,बदरपुर,ताजपुर मीठापुर आदि बसे हैं। गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट द्वारा “गुर्जर महोत्सव” मेले की शुरुआत 2022 में की गयी थी जो गुर्जरो का एक बड़ा महाकुम्भ बन गया , अगर आप आप भी इस मेले में जाने की सोच रहे हैं, तो जान लीजिए के आप सूरजकुंड कैसे पहुंच सकते हैं। फरीदाबाद के लोग मेले में अनखीर-सूरजकुंड रोड से आ सकते हैं। दूसरे जिलों के लोग भी आसानी से मेला परिसर में पहुंच सकते हैं।
दिल्ली से लोग तुगलकाबाद रेलवे स्टेशन/ तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन तक बस या मेट्रो से आ सकते हैं। यहां से वह ऑटो व बैट्री रिक्शा लेकर 10 मिनट में मेला परिसर तक पहुंच सकते हैं।
बैट्री रिक्शा मेट्रो से लेकर मेले तक 20 से 25 रुपये चार्ज करेंगे। गुरुग्राम से आने वाले लोग गुरुग्राम बस अड्डे से सीधा बस ले सकते हैं या अपने वाहन से गुड़गांव-फरीदाबाद रोड से मेले तक आ सकते हैं। वहाँ पार्किंग के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं इसी तरह गाजियाबाद व नोएडा से भी लोग मेट्रो का इस्तेमाल कर तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन होते हुए या वाहन द्वारा बदरपुर होते हुए सूरजकुंड मेला परिसर पहुंच सकते हैं। दिल्ली एयरपोर्ट से आने वाले लोग प्राइवेट कैब लेकर मेले में आ सकते हैं।
एयरपोर्ट से मेला परिसर तक आने में 25 से 30 मिनट का समय लगता है।